Placenta

Placenta and its Types

युग्मज (zygote) से भूण के विकास के अध्ययन को औणिकी (Embryology) या भ्रूण विज्ञान कहते हैं।

एक प्राणी विशेष के परिवर्धन को व्यक्तिवृत्तीय परिवर्धन (ontogenetic development) कहते हैं। किसी जाति या वर्ग विशेष के विकास के अध्ययन को जातिवृत्तीय परिवर्धन (phylogenetic development) कहते हैं। लैंगिक जनन में दो प्रकार की जनन कोशिकाओं के संयोग से बने भ्रूण के विकास को एनियोजेनेसिस (embryogenesis) कहते हैं।

अंगविकास भ्रूणीय परिवर्धन की अन्तिम अवस्था है, जिसके अन्तर्गत जनन परत में कोशिका समूहों का विशिष्टीकरण एवं विभेदीकरण होता है।

भ्रूण विज्ञान से सम्बन्धित प्रमुख खोजें
(Major Discoveries Related to Embryology)

  • अरस्तू (Aristotle; 384-322 BC) भ्रूण विज्ञान के पितामह हैं।
  • मैल्पीधी (Malpighi: 1628-1684), ल्यूवेनहाँक (Leeuwenhoek; 1677) ने प्रीफॉर्मेशन सिद्धान्त (preformation theory) का प्रतिपादन किया। इसके अनुसार, युग्मकों में पूर्व, निर्मित सम्पूर्ण जन्तु का सूक्ष्म रूप रहता है, इसे होमीन्कुलस (homeinculus) कहते हैं। परिवर्धन के अन्तर्गत यह परिमाण में बड़ा हो जाता है।
  • अर्नस्ट हैकल (Ernst Haeckel) ने बायोजिनेटिक नियम या पुनरावृत्ति का सिद्धान्त प्रतिपादित किया।
  • अगस्त वीजमान (August Weismann) ने जर्मप्लाज्म का सिद्धान्त (germplasm theory) प्रतिपादित किया।
  • फ्रेड्रिक वॉल्फ (Fredric Wolf) ने एपीजिनेटिक सिद्धान्त (apigenetic theory) प्रतिपादित किया।
  • विल्हेल्म रॉक्स (Welhelm Roux) ने मोजैक सिद्धान्त (mosaic theory) प्रतिपादित किया।
  • हेन्स ड्रीश (Hans Driesch) ने रेगुलेटिव सिद्धान्त (regulative theory) प्रतिपादित किया।
  • स्पीमान तथा मेनगोल्ड (Spemann and Mangold) ने आर्गेनाइजर की अवधारणा प्रस्तुत की

अपरा (Placenta)

विलियम हार्वे (सन्1657) द्वारा अपरा को सर्वप्रथम परिभाषित किया गया, कशेरुकियों में गर्भावधि (gestation) के समय भूण की सुरक्षा, पोषण, उत्सर्जन, आदि कार्यिकी क्रियाएँ, अतिरिक्त भ्रूणीय कलाएँ या झिल्लियाँ (extra-embryonic membrane) तथा इन झिल्लियों से  निर्मित संरचनाओं द्वारा सम्पन्न किए जाते हैं। स्तनधारियों में अपरा इन भ्रूणीय कलाओं से निर्मित संरचना है, जो गर्भाशय में भ्रूण के आरोपण (implantation) के समय विकसित होता है।

भ्रूण तथा गर्भाशय भित्ति के मध्य वह अस्थायी संयोजी अंग केवल गर्भावधि के समय ही विकसित (निर्मित) होता है। यह अस्थायी संयोजी अंग गर्भावधि के दौरान महत्त्वपूर्ण कार्यिकी क्रियाएँ; जैसे-विसरण द्वारा भ्रूण को पोषण प्रदान करना, गैसों का विनिमय, आदि क्रियाओं द्वारा माँ तथा भ्रूण के मध्य एक अटूट सम्बन्ध दर्शाता है। अतः अपरा वह संरचना है, जिसके द्वारा जरायुज स्तनधारियों का विकासशील भूण या गर्भ अपना पोषण मातृक गर्भाशयी रुधिर से प्राप्त करता है।

अपरा के प्रकार (Types of Placenta)

जरायुज प्राणियों के इस अभिलक्षण का वर्गीकरण इसकी संरचना (ऊतकीय आधार), रोपण एवं घनिष्ठता के आधार पर किया जाता है

1. भ्रूण बाह्यकला के योगदान, प्रकृति या उद्गम के आधार पर
(On the Basis of Origin, Nature and Contribution of Foetal Membrane)

अपरा पीतक कोष या विटेलाइन जैसे-मेटाथीरिया या मा पिएल्स् (marsupials), अपरापोषिकीय (allontoic); जैसे-उच्च स्तनधारी तथा जरायु (chorionic) प्रकार के होते हैं, जो जरायु से विकसित होता है। इसमें अपरापोवित्र अत्यन्त छोटा या अल्पविकसित होता है।

2. अपरा, रसांकुरों या विलाई के आकार एवं वितरण के आधार पर
(On the Basis of Placenta Shape and Distribution of Villi

अपरा अपाती (non-deciduous); जैसे-सुअर, घोड़ा, लेनुर में विसरित (diffuse), बकरी भेड़, गाय, हिरन में दलीय (cotyledonary) तथा ऊँट जिराफ में मध्यवर्ती पाती (intermediate deciduous); जैसे-बिल्ली, कुत्ता, हाथी में क्लय (ronary) चमगादङ, शशक, भालू में बिंबाम (discoidal) मनुष्य, बन्दर, कपि में पश्याम (metadiscoidal) तथा कोन्ट्रा डेसिडुअस (contra-deciduous); जैसे-वैसीकूट,
मोल (टाल्पा) में होते हैं।

3. औतिकी के आधार पर (On the Basis of Histology)

माता तथा विकसित होते हुए भ्रूण के ऊतक के सम्बन्ध के आधार पर अपरा अग्र प्रकार के होते हैं।
उपकला जरायु (epitheliochorial); जैसे-सुअर, लेमूर में, जरायुयोजी (syndesmochorial); जैसे-पशु, भेड़ में, अन्तःस्तर जरायु (endothelio chorial); जैसे-माँसाहारी स्तनी में, रुधिर जरायु (haemochorial); जैसे-मनुष्य, कपि, बन्दर में तथा रुधिरान्त स्तरी (haemoendothelial); जैसे-चूहों, शशक में।

अपरा के कार्य (Functions of Placenta)

  • भ्रूण के पोषण में सहायता करता है।
  • भ्रूण के श्वसन में सहायता करता है।
  • भ्रूण के उत्सर्जन में सहायता करता है।
  • कुछ विषैले रसायनों जैसे हिस्टामिन, आदि के लिए प्रभावी अवरोधक की तरह कार्य करता है।
  • अपरा भ्रूण के विकास हेतु महत्त्वपूर्ण हॉर्मोन; जैसे-प्रोजेस्टेरॉन, एस्ट्रोजन, गोनेडोट्रॉपिक हॉर्मोन, आदि का स्रावण करके अन्तःस्रावी अंग की भाँति कार्य करता है

गर्भकाल (Gestation Period)

गर्भकाल निषेचन व प्रसव के बीच का समय है। यह माँ के गर्भाशय में भ्रूण द्वारा व्यतीत की गयी औसत समयावधि है। मानव में गर्भावधि का समय लगभग 37-38 सप्ताह होता है अर्थात् मनुष्य का गर्भकाल 9 माह का होता है तथा सामान्यतया एक बार में एक शिशु का जन्म होता है।

कुछ स्तनधारियों का गर्भकाल (Gestation period of some mammals)

Mammal Gestation period (days)
Alpaca
Baboon
Bear (black)
Bear (grizzly)
Bear (polar)
Beaver
American Bison
Camel (Bactrian)
Cat (domestic)
Chimpanzee
Chinchilla
Chipmunk
Cow
Deer (white-tailed)
Dog (domestic)
Donkey
Elephant (Asian)
Elephant (African)
Elk (Wapiti)
European mink
Ferret (domestic)
Fox (red)
Gerbil
Giraffe
Goat (domestic)
Gorilla
Guinea pig
Hamster
Hippopotamus
Horse
Human
Kangaroo
Leopard
Lion
Llama
Mink
Monkey (rhesus)
Moose
Mouse
Mouse (meadow)
Muskrat
Opossum (Virginia)
Otter
Pig (domestic)
Porcupine
Puma
Rabbit (domestic)
Raccoon
Rat
Rhinoceros (black)
Seal
Sea lion (California)
Sheep (domestic)
Squirrel (gray)
Tiger
Whale (sperm)
Wolf
Wombat
Zebra (Grant’s)
335-366
187
220
215
241
122
217
360-420
58–67, Average 64
230–250
105–115
31
279–292
201
58–65, Average 61
365
617
645
240–250
38-76
41-42
52
22-26
420–450
145–155
255-260
56-74
16-23
225–250
330–342
266
42
92–95
108
330
40–75
164
240–250
19
21
28–30
12–13
60-86
112–115
210
90
28–35, Average 31-32
63
21-23
450
330
350
144–151
30–40
105–113
480–590
60–68
26–28
361-390

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