Fate Map and Germ Layers नियति मानचित्र (Fate Map) नियति मानचित्र के अन्तर्गत परिपक्व अण्डे (matured ova) अर्थात् प्रारम्भिक परिवर्धित भ्रूण (earty developing embryo) का अध्ययन किया जाता है, […]
Blastulation and Gastrulation विदलन के फलस्वरूप 16-32 कोशिकाएँ बनने पर जर्मीनल डिस्क मोरुला अवस्था के संगत होती है। दूसरे शब्दों में निरन्तर विदलनों के उपरान्त कोशिकाओं की बनी एक टोस […]
Cleavage – Pattern and Types शब्द ‘विदलन’ वॉन वेयर द्वारा दिया गया। विदलन के अन्तर्गत एककोशिकीय युग्मनज से बहुकोशिकीय जीव का परिवर्धन होता है। विदलन को सर्वप्रथम स्वामडैम 1738 ने […]
Gametogenesis and Fertilizations वर्ग विशेष या जाति के विकास को अध्ययन के जातिवृत्तीय परिवर्धन (phylogenetic development), जबकि जीव या प्राणी विशेष का परिवर्धन व्यक्तिवृत्तीय परिवर्धन (ontogenetic development) कहलाता है। व्यक्तिवृत्त […]
Reproductive Biology जननीय जीव विज्ञान के अन्तर्गत अत्यन्त आवश्यक जैव प्रक्रिया जनन का अध्ययन किया जाता है। जन्तुओं में जनन अलैंगिक एवं लैंगिक प्रकार का होता है। अलैंगिक जनन निम्न […]
Class-Aves and Mammalia वर्टीबेटा (कशेरुकी) के खण्ड ग्नेथोस्टोमेटा में सम्मिलित पिसीज (अधिवर्ग) वर्ग-उभयचर, सरीसृप, पक्षी (एवीज) एवं स्तनी (टेट्रापोडा) उच्च कॉर्डेट्स हैं, जिनमें मस्तिष्क के चारों ओर कपाल (cranium) पाया […]
Class-Pisces, Amphibia and Reptilia संघ-कॉर्डेटा को दो उप-समूह-एक्रेनिएटा (प्रोटोकॉर्डेटा) एवं क्रेनिएटा (यूरोकॉडेंटा) में बाँटा गया है। उप-समूह-क्रेनिएटा में केवल उप-संघ-वर्टीब्रेटा आता है, जो पुनः दो विभागों, एग्नेथा एवं ग्नेथा में […]
गुणसूत्र (Chromosome) ‘गुणसूत्र’ शब्द का प्रतिपादन वाल्डेयर (सन् 1888) ने किया। हॉफमीस्टर (Hofmeister) ने सर्वप्रथम ट्रेडेकेन्शिया (Tradescantia) की पराग मातृ कोशिका में गुणसूत्र की खोज की। सटन एवं बोवेरी (सन् […]
Endoplasmic Reticulum एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम (Endoplasmic reticulum) दोहरी पर्त (Double layered) से बनी कोशिका के कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) में एक जालनुमा (Reticulate) संरचना होती है, जोकि कोशिका झिल्ली (Cell membrane) से लेकर […]
Protochordata (प्रोटोकॉर्डेटा) कॉर्डेटा संघ की स्थापना बेलफोर (Balfour) ने सन् 1880 में की थी। सभी कशेरुकियों में स्पष्ट सिर होता है और इनके शरीर को दो समान भागों में बाँटा […]
Higher Non-Chordates उच्य अकशेरुकी के अन्तर्गत संघ-ऐनेलिडा, आर्थोपोडा, मोलस्का, इकाइनोडर्मेटा, आदि का अध्ययन किया जाता है। संघ-ऐनेलिडा, आर्थोपोडा एवं मोलस्का को प्रोटोस्टोमिया के उप-प्रभाग-शाइजोसीलोमेट्स के अन्तर्गत रखा गया है। संघ-इकाइनोडर्मेटा […]
Lower Non-Chordates (निम्न अकशेरुकी) निम्न अकशेरुकी के अन्तर्गत संघ-मोटोजोआ, पोरीफेरा, सीलेन्ट्रेटा (निडेरिया), टीनोफोरा एवं हेल्मिन्थीज (एस्कैहेल्मिन्थीज एवं प्लैटीहेल्मिन्थीज), आदि का अध्ययन किया जाता है। व्हीटेकर ने सन् 1969 में जीव जगत […]
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